दो दिवसीय शिविर के समापन कार्यक्रम में संबोधित करते इंदौर संभागायुक्त मालसिंह जी और उपस्थित डॉ. एके द्विवेदी जी, अंतिमबाला सिंह जी और डॉ. वैभव चतुर्वेदी जी।

आने वाला समय प्राकृतिक चिकित्सा का है, इसका प्रचार होना ही चाहिए : सभागायुक्त

इंदौर। प्राकृतिक चिकित्सा बिना कठिनाई वाली चिकित्सा पद्धति है। आने वाला समय प्राकृतिक चिकित्सा का ही है। वर्तमान में हमारा रहन-सहन, खानपान और दिनचर्या काफी बदल गई है। नहीं तो…

थकान उतारने के लिए सबसे बेहतर उपाय है प्राकृतिक चिकित्सा : सांसद लालवानी

इंदौर। मिट्टी, पानी, हवा के अलावा भी नेचुरोपैथी है। ऋषि-मुनियों के समय से इस तरह के प्रयोग होते आ रहे हैं। हमारी मातृशक्तियां मुल्तानी मिट्टी का इस्तेमाल करती है लेकिन…

डाइट का रखे ध्यान तो शुगर 24 घंटे रहेगा कंट्रोल में

अगर आप डायबिटीज के मरीज हैं, तो आपको पता होना चाहिए कि आपको सुबह से शाम तक क्या करना चाहिए, क्या खाना चाहिए, किन चीजों से बचना चाहिए, ताकि आपका…

एप्लास्टिक एनीमिया नियंत्रण के लिए लंदन अपनायेगा होम्योपैथी इलाज की खूबियाँ और इंदौरी खानपान

इंदौर। हमारे इंदौर समेत समूचे उत्तर और मध्य भारत में सर्दियों के दौरान गुड़ और तिल की बनी गजक खासतौर पर खूब खाई जाती है। यूँ तो इस गजक की…

गरबे में उत्साह के लिए मेंटेंन करें ऊर्जा-स्तर का प्रवाह

भारत सरकार के आयुष मंत्रालय की वैज्ञानिक सलाहकार समिति के सदस्य डॉ. ए.के. द्विवेदी से विशेष चर्चा इंदौर| नवरात्रि के दौरान कई कन्यायें और मातृशक्तियाँ उपवास रखती हैं। इसलिए गरबा…

कुल्हों के दर्द में भी होम्योपैथी प्रभावी : डॉ. द्विवेदी

हिप्स यानी कूल्हा शरीर का वह महत्वपूर्ण हिस्सा है जो मजबूत तो होता है लेकिन इस में मामूली टूटफूट भी आप की दिनचर्या को प्रभावित कर सकती है। हिप्स यानी…

दर्द से हैं परेशान… उपचार के लिए होम्योपैथी है ना

पुराने दर्द का आमतौर पर अच्छे तरिके से पारंपरिक दवा से उपचार नहीं हो सकता और इफेक्टिव पारंपरिक दवाओं का उपयोग करके कई तरह से गंभीर साइड इफेक्ट से बचा…

लंदन में अप्लास्टिक एनीमिया पर नियंत्रण में मददगार होगी इंदौर के डॉक्टर एके द्विवेदी की रिसर्च

इंदौर |  हर क्षेत्र में सफलता की नई गाथा लिख रहे देश के सबसे स्वच्छ शहर, इंदौर के रहवासी भी अब अपने-अपने कार्यक्षेत्रों में सफलता के नये आयाम स्थापित कर…

युवाओ में तेजी से बढ़ रहा है स्पाइनल अर्थराइटिस

अर्थराइटिस शब्द सुनते ही हमारे मन में घुटने या कूल्हे के जोड़ों का ध्यान आता है, लेकिन अर्थराइटिस का प्रकोप मानव शरीर के किसी भी जोड़ पर हो सकता है।…