• अल फारूक यूनानी मेडिकल कॉलेज इंदौर में चौथा दीक्षांत समारोह संपन्न

इंदौर | अल फारूक युनानी मेडिकल कॉलेज इंदौर में चौथा दीक्षांत समारोह, आयुष मंत्रालय भारत सरकार, सी सी आर एच एवं देवी अहिल्या विश्वविद्यालय कार्यपरिषद के सदस्य डॉ. एके द्विवेदी के मुख्य आतिथ्य में संपन्न हुआ। इस अवसर पर अल फारूक युनानी मेडिकल कॉलेज इंदौर के गवर्निंग बॉडी के प्रेसिडेंट फारुख शेख, सेक्रेटरी अब्दुल मुजीब कुरैशी, चीफ एडवाइजर मामू पटेल, अध्यक्ष डॉ. इमरान अली, ट्रेजर सरफराज कुरैशी, प्रिंसिपल डॉ सलीम अख्तर इत्यादि गणामान्यजन उपस्थित रहें। समारोह में सभी यूनानी चिकित्सा छात्रों को मुख्य अतिथि डॉ. एके द्विवेदी ने सभी उपस्थित अन्य अतिथियों के साथ, मेडिकल एथिक्स एवं प्रैक्टिस की शपथ दिलाई।

दीक्षांत समारोह में विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए डॉ. एके द्विवेदी।

अल फारूक युनानी मेडिकल कॉलेज इंदौर के बीयूएमएस बैच 2018 छात्रों का दीक्षांत समारोह महाविद्यालय सेमिनार हॉल में आयोजित किया गया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि डॉ. द्विवेदी ने बीयूएमएस छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि सभी चिकित्सा विधा का अपना-अपना महत्व है। आप सभी लोग अपनी चिकित्सा विधा यूनानी में ही प्रैक्टिस कीजिए और लोगों को (समाज को बताएं) अवगत कराएं कि यूनानी चिकित्सा द्वारा उनकी किन-किन बीमारियों को ठीक किया जा सकता है। डॉ. द्विवेदी ने यह भी कहा कि सभी चिकित्सा विधा में दक्षता हासिल करने वाले चिकित्सकों का उद्देश्य होता है मानव कल्याण, इसलिए आप लोग मानव कल्याण में लग जाएं, लोगों के दुःख-दर्द को कम करने का प्रयास कीजिए आपका दुःख पता भी नहीं चलेगा।

दीक्षांत समारोह में अल फारूक युनानी मेडिकल कॉलेज के विद्यार्थी और अतिथि तथा कॉलेज स्टाफ

चिकित्सकों की जिम्मेदारी की तुलना किसी अन्य जॉब से नहीं की जा सकती : डॉ. द्विवेदी

डॉ. द्विवेदी ने मेडिकल एथिक्स एवं प्रैक्टिस की शपथ ले रहे बीयूएमएस के चिकित्स्कों को कहा कि रात में ड्यूटी करने वाले चिकित्सकों के पति/पत्नी या बच्चे कई बार उन्हें रात में अस्पताल जाने से मना करते रहतें हैं फिर भी रात में ड्यूटी करने वाले चिकित्सकों को अस्पताल जाना ही पड़ता है क्योंकि जो जिम्मेदारी चिकित्सकों की होती है उसकी तुलना किसी और जॉब या कार्य से की ही नहीं जा सकती है। अंत में डॉ. एके द्विवेदी ने यूनानी चिकित्सा करने वाले सभी चिकित्सकों से आग्रह किया कि ठीक होने वाले कैसेस प्रकाशित कीजिए, रिसर्च पेपर लिखिए जिस से आगे आने वाली पीढ़ी को भी पता हो सके कि यूनानी चिकित्सा द्वारा किस तरह की बीमारियां ठीक हो रही हैं। डॉ. द्विवेदी ने सभी बीयूएमएस के चिकित्सकों को शुभकामना प्रेषित की एवं महाविद्यालय गवर्निंग बॉडी को समाज कल्याण में यूनानी चिकित्सक को देने हेतु साधुवाद भी दिया। कार्यक्रम में महाविद्यालय प्राचार्य एवं अन्य वक्ताओं ने भी संबोधित किया। कार्यक्रम का संचालन डॉ. नौरीन अनस ने किया।

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