पुराने दर्द का आमतौर पर अच्छे तरिके से पारंपरिक दवा से उपचार नहीं हो सकता और इफेक्टिव पारंपरिक दवाओं का उपयोग करके कई तरह से गंभीर साइड इफेक्ट से बचा जा सकता है। एलोपैथिक दवाओं के बजाय उपचार के कई तौर तरीके खोजे गए हैं। पुराने दर्द वाले लोगों का होम्योपैथी इलाज ढूढंने का आम कारण है लगातार दर्द होना। पारंपरिक दवाओं के साइड इफेक्ट के बारे में जानकारी और अधिक प्राकृतिक की इच्छा करना जो कि शरीर की क्षमता को बढ़ा देता है।
हड्डियों के दर्द का कारण
हड्डियों का दर्द चोट या दूसरी परिस्थितियों के कारण होता है, जैसे-
- बोन कैंसर (प्राथमिक मैलिग्नेंसी) या वह कैंसर जो हड्डियों तक फैल चुका हो (मेटास्टेटिक मैलिग्नेंसी)
- हड्डियों को रक्त की आपूर्ति में अवरोध (जैसा कि सिकल सेल एनीमिया में होता है)
- हड्डियों में संक्रमण (ऑस्टियोमायलिटिस)
- ल्यूकेमिया(रक्त कैंसर)
- हड्डियों में खनिज की कमी (ऑस्टियोपोरोसिस)
- अधिक श्रम
- जिन बच्चों ने अभी चलना सीखा हो, उनकी हड्डियां टूटना
जोड़ों के दर्द के कारण
ज्वाइंट पेन या जोड़ों का दर्द चोट या अन्य कारणों से हो सकता है, जैसे-
- अर्थराइटिस-ऑस्टियोअर्थाराइटिस, रयूमेटॉयड अर्थाराइटिस
- एसेप्टिक नेक्रोसिस
- बर्साइटिस
- ऑस्टियोकोंड्राइटिस
- सिकल सेल रोग (सिकल सेल एनीमिया)
- स्टेरॉयड ड्रग विदड्राअल
- कार्टिलेज फटना
- जोड़ों का संक्रमण
- हड्डी टूटना
- मोच
- ट्यूमर
- टेंडिनाइटिस
केंद्रीय होम्योपैथिक अनुसन्धान परिषद् आयुष मंत्रालय भारत सरकार की वैज्ञानिक सलाहकार बोर्ड के सदस्य और देवी अहिल्या विश्वविद्यालय इंदौर की एग्जीक्यूटिव काउंसिल के मेंबर डॉ. एके द्विवेदी के अनुसार अर्निका क्रीम या केलनडुला, हेममेलीज, अकोनाइट और बेलाडोना असुविधा को कम करने में सहायता करता है। यह क्रीम दिन में 3 से 6 बार प्रयोग करना चाहिए। रोगियों को गंभीर चोट में अर्निका क्रीम को प्रयोग करना चाहिए। ब्रीयोनिया दर्द में प्रयोग की जाती है जब दर्द धीरे-धीरे ज्यादा बढ़ता है। फाइटोलका, रसटोसीकॉडेनड्रॉन अन्य होम्योपैथिक उपचार है जो कि दर्द को कम करने में सहायता करता है।
डॉ. एके द्विवेदी के अनुसार होम्योपैथी दवाएं कानों में दर्द के लिए बहुत ही इफेक्टिव होती हैं। अगर आपको कान में दर्द है विशेषकर जब यह कुछ ज्यादा गंभीर हो तो किसी प्रोफेशेनल होम्योपैथी से सलाह लें। जो कान के दर्द में इफैक्टिव दवाएं पल्सेटिला, अकोनाइट (मोन्कशूड), बेलडोना (डेडली नाइटशेड) हैं। बेलडोना नाक के दर्द में इफैक्टिव है जो कि अचानक विशेष धडक़न के साथ शुरू होता है। होम्योपैथी दवा जो कि सर दर्द को ठीक करती वे हैं ब्रायोनिया, यूफ्रेसिया, हाइपेरीकम, काली-बिच, काली-फोस, लाइकोपोडियम, नेट्यूर, नक्सवोम, पल्सेटिला, सिलीसिया और थुजा।
गंभीर और तेज दर्द से बचने के लिए किसी प्रोफेशनल होम्योपैथी डॉक्टर से सलाह लें। दो साल से कम उम्र के बच्चे का होम्योपैथी उपचार लेने से पहले प्रोफेशनल होम्योपैथी से सलाह जरूर लें।