- गर्भावस्था के दौरान और उसके बाद की जांच और उपचार आपकी जेब पर भारी पड़ सकते हैं।
- मातृत्व बीमा से इस ख़र्च को काफ़ी हद तक कम किया जा सकता है।
नए जीवन को इस दुनिया में लाना एक स्त्री की जिंदगी में नए असीम खुशी और उत्साह लेकर आता है। लेकिन इस खुशी के साथ एक बड़ा खर्च भी जुड़ा होता है, जैसे कि हॉस्पिटल में भर्ती होने, जांच और उपचार की लागत। गर्भावस्था से जुड़े ख़र्चों का तनाव मां के स्वास्थ्य के लिए अच्छा नहीं है। मातृत्व बीमा ख़रीदकर आप अपने वित्तीय तनाव को दूर कर सकती हैं। यह एक तरह का स्वास्थ्य बीमा ही होता है। कई स्वास्थ्य बीमा पॉलिसी में पॉलिसी धारक मातृत्व बीमा को एड-ऑन के रूप में शामिल कर सकते हैं।
प्रेगनेंसी से पहले लें मातृत्व बीमा
कम से कम वेटिंग पीरियड 1 साल का होता है (ये अवधि गर्भ धारण होने के 2-3 महीने पहले से गिनी हुई है)। प्रतीक्षा अवधि 2 साल तक होती है। इसका मतलब है कि अगर आप पॉलिसी ख़रीदने के तुरंत बाद गर्भवती होती हैं, तो बीमा कवर लागू नहीं होगा। इसलिए, यह बीमा जितनी जल्दी लिया जाए, उतना बेहतर है।
प्रीमियम और कवर राशि
प्रीमियम की राशि बीमा राशि और आपकी उम्र पर निर्भर करती है। अगर 5 लाख रुपये का बीमा लेती हैं, तो कवर के लिए सालाना प्रीमियम 20 से 30 हजार रुपये तक हो सकता है। यह कवर डिलीवरी, प्रसव-पूर्व और प्रसव- पश्चात के चिकित्सा खचों को शामिल करता है।
क्या कवर होता है?
- यह बीमा सामान्य और सिजेरियन, दोनों प्रकार के प्रसव को कवर करता है।
- गर्भावस्था के दौरान और प्रसव के बाद के चिकित्सा ख़र्च शामिल हैं।
- अस्पताल में रहने का ख़र्च, नर्सिंग चार्ज और अन्य संबंधित ख़र्चे इसमें शामिल हैं।
- नवजात शिशु के पहले वर्ष के मेडिकल ख़र्च, जैसे टीकाकरण और जरूरी दवाइयों को कवर किया जाता है।
- कई कंपनियां सरोगेसी और आईवीएफ जैसे ख़र्चों को भी कवर करती हैं।
क्या कवर नहीं होता?
- प्रतीक्षा अवधि के दौरान किए गए गर्भावस्था संबंधी दावे कवर नहीं होते।
- अगर गर्भावस्था से पहले कोई बीमारी है तो उसे कवर नहीं किया जाएगा। गर्भावस्था के दौरान अगर हॉस्पिटल में भर्ती नहीं हैं, तो उस दौरान होने वाली नियमित जांचों और परामर्श की फीस को कवर नहीं किया जाता है।
पूरी प्रक्रिया को समझें
बीमा लेने के लिए आपको एक निश्चित प्रीमियम राशि हर महीने या सालाना भरनी होगी। प्रीमियम की राशि आपके द्वारा चुनी गई बीमा राशि पर निर्भर करती है। बीमा राशि का कवर बीमे के प्रकार पर निर्भर करता है। मातृत्व बीमा लेने की प्रक्रिया आसान है। इसे आप बीमा कंपनी की वेबसाइट या किसी एजेंट के माध्यम से ले सकती हैं।
इसे इस तरह से समझें इसमें 5 से 50 लाख तक के बीमा पैकेज में 30 हजार से 1 लाख तक का कवर मिलता है जो कि कंपनी और प्लान पर निर्भर करता है। इसमें सामान्य डिलीवरी का 30 हजार और सी-सेक्शन का 50 हजार तक का कवर मिलता है, बाकि ख़चों को मिलाकर 1 लाख तक का क्लेम किया जा सकता है जो कि प्लान पर निर्भर करता है। इसके अलावा, अगर पालिसी रिन्युअल बच्चे को जन्म देने का बाद का है तो आप उसमें 90 दिन का बच्चा होने के बाद उसे भी इसमें कवर कर सकी हैं। हालांकि कुछ कंपनियां पहले दिन से भी बच्चे को कवर करती हैं।