
कभी सिर्फ मदिरा सेवन करने वालों की बीमारी समझी जाने वाला लिवर डिसआर्डर आज हर उम्र के लोगों को अपनी गिरफ्त में ले रहा है। बदलती लाइफस्टाइल, बेतरतीब खानपान, जंक फूड, लगातार बढ़ रही स्ट्रसफुल लाइफ, और अनियमित जीवन शैली सदैव जवान बने रहने वाले लिवर को बीमार बना देती है। मौजूदा दौर में लिवर से संबंधित बीमारियां तेजी से बढ़ रही है। कई रिसर्च इसकी पुष्टी भी करते हैं। डॉक्टर्स की माने तो नॉन अल्कोहॉलिक फैटी लिवर डिजीज और लिवर सिरोसिस के साथ इरिटेबल बाउल सिंड्रोम के मामले भी तेजी से बढ़ रहे हैं।
आयुष मंत्रालय, भारत सरकार के वैज्ञानिक सलाहकार मंडल (सीसीआरएच) के सदस्य और वरिष्ठ होम्योपैथिक चिकित्सक डॉ. एके द्विवेदी के अनुसार लिवर की बीमारी के तीन सबसे खास कारण शराब, वायरस और फैटी लीवर हैं। लिवर की बीमारी के अधिकांश कारण यदि पहले ही जान लिए जाए तो उपचार योग्य है।
500 तरह के काम करता है लिवर इसलिए शरीर का सबसे जरूरी अंग
डॉ. द्विवेदी के अनुसार मेडिकल और एनॉटोमी के लिहाज से लिवर शरीर का 11 महत्वपूर्ण ऑर्गन है और इसकी अपनी विशेषता है। यह ऐसा ऑर्गन है जिसका डैमेज समय पर रोका जाए तो वह जल्दी रिजनरेट होकर नॉर्मल हो जाता है। इसकी खासियत यह भी है कि नॉर्मल व्यक्ति के शरीर से 50 प्रतिशत भी लिवर निकाल ले तो वह नार्मल ही रहता है क्योंकि वह रिजनरेट होता है। लिवर ट्रांसप्लांट का भी यही सिस्टम है। वहीं लिवर शरीर का सबसे बड़ी सॉलिड ऑर्गन है जो 500 से ज्यादा जरूरी काम हर रोज करता है। इसमें प्रमुख है खून को फिल्टर करना, टॉक्सिन्स को शरीर से बाहन निकालना, पाचन में मदद करना, ग्लूकोज के रूप में ऊर्जा स्टोर करना, कोलेस्ट्रॉल और हार्मोन को नियंत्रित करना और खून जमने में मदद जैसे कार्य प्रमुख है।
खराब लिवर के संकेत
- थकान भरी आंखें और डार्क सर्कल
- गहरे रंग की पेशाब
- पाचन तंत्र में खराबी
- त्वचा पर सफेद धब्बे
- आंखों में पीलापन
- स्वाद में खराबी
- पेट की सूजन
- भूख कम लगना
- उल्टी या जी मिचलाना
कैसे रखे लिवर को स्वस्थ
- नियमित मेडिकल चेकअप, हर साल लिवर फंक्शन टेस्ट (LFT)
- हेपेटाइटिस B का वैक्सीनेशन जरूरी
- शराब पूरी तरह से छोड़ दे, स्मोकिंग और स्टेरॉयड से भी दूरी बनाएं
- संतुलित खाना खाएं, रंगबिरंगी सब्जियां एवं फल, फाइबर युक्त चीजों का सेवन करें
- प्रोसेस्ड फूड और ज्यादा चीनी से बचें
- दिन में कम से कम 30 मिनट की एक्सरसाइज, 4-5 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से पैदल चलें
- नींद पूरी लें और तनाव कम करें
- 2-3 कप ब्लैक कॉफी का सेवन करें
- बिना डॉक्टर की सलाह के सप्लीमेंट, दवा और जड़ी-बूटियां न लें
(Disclaimer: हमारा लेख केवल जानकारी प्रदान करने के लिए है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ से परामर्श करें.)
