- होम्योपैथी महाकुंभ-2025, इनोवेशन इन होम्योपैथी पर हुई बात
- एडवांस्ड होम्यो हेल्थ सेंटर द्वारा 11वीं नेशनल कॉफ्रेंस होटल अमर विलास में संपन्न
- होम्योपैथिक चिकित्सा क्षेत्र में उत्कृष्ट सेवाओं के लिए आयुष रत्न और आयुष मित्र से चिकित्सकों को किया अलंकृत

इंदौर। कम्युनिटी हेल्थ एवं वेलफेयर के अंतर्गत भारत सरकार के एनीमिया मुक्त अभियान के तत्वावधान में एडवांस्ड होम्यो हेल्थ सेंटर द्वारा एनीमिया जागरूकता रथ सप्ताह का समापन होम्योपैथी महाकुंभ-2025 11वीं नेशनल कॉन्फ्रेंस के साथ रविवार को हुआ। 11वीं नेशनल कॉन्फ्रेंस में इनोवेशन इन होम्योपैथी पर विस्तार से बात की गई। देश के अलग अलग हिस्सों से आए डॉक्टर्स ने होम्योपैथी की सहायता व अपनी प्रैक्टिस और रीसर्च के माध्यम किए जा रहे उपचार के बारे में बताया। साथ ही वर्तमान दौर में चिकित्सा क्षेत्र में टेक्नोलॉजी की मदद लेने की बात कही। इसके अलावा जीएसआईटीएस कॉलेज में शुरू किए गए बायोटेक्नोलॉजी कोर्स में होम्योपैथी चिकित्सा को भी शामिल किए जाने की पहल करने का निर्णय लिया।

11वीं नेशनल कॉन्फ्रेंस का शुभारंभ सुबह दीप प्रज्ज्वलन के साथ अथितियों और कॉन्फ्रेंस के वक्ताओं ने किया। मुख्य अतिथि सांसद शंकर लालवानी थे। विशिष्ट अतिथि जीएसआईटीएस कॉलेज के डायरेक्टर नितेश पुरोहित, आईएम इंदौर के अध्यक्ष डॉ. नरेंद्र पाटीदार, शिवांग होम्योपैथिक मेडिकल कॉलेज भोपाल के प्राचार्य डॉ. डी एन मिश्रा।एवं सेम्स इंदौर के रजिस्ट्रार डॉ. आनंद मिश्रा थे। सांसद लालवानी ने कहा रीसर्च के माध्यम से कई गंभीर बीमारियों का इलाज होम्योपैथी के माध्यम से किया जा रहा है। भारत सरकार सिकल सेल बीमारी को खत्म करने के लिए लगातार प्रयास कर रही है इसमें हमें भी प्रयास करना होंगे। इसके अलावा मैं हमेशा कहता हूं कि शादी के लिए हम कुंडली मिलान करते हैं लेकिन वर्तमान में हमें शादी से पहले ब्लड ग्रुप के मिलान की जरूरत है। इसके लिए मैंने संसद में भी अपनी बात रखी है कि शादी से पहले ब्लड ग्रुप की जांच कराना लागू की जाए।

जीएसआईटीएस कॉलेज के डायरेक्टर पुरोहित ने कहा कि आज टेक्नोलॉजी का दौर है ऐसे में मेडिकल फील्ड को इससे जोड़ा जाना चाहिए ताकि दोनों की मदद से मरीजों को बेहतर उपचार दिया जा सके। पुरोहित ने कॉलेज में शुरू किए गए बायोटेक्नोलॉजी कोर्स में होम्योपैथी विषय को भी जोड़ने की पहल करने की बात रखी और आयुष मंत्रालय, भारत सरकार के वैज्ञानिक सलाहकार मंडल (सीसीआरएच) के सदस्य और देवी अहिल्या विश्वविद्यालय के कार्यपरिषद सदस्य तथा एडवांस्ड होम्यो-हेल्थ सेंटर एवं होम्योपैथिक मेडिकल रिसर्च प्रा.लि. के संचालक डॉ. एके द्विवेदी से कॉन्फ्रेंस के डिटेल्स के साथ इस पर काम करने का निवेदन किया। साथ ही कॉन्फ्रेंस में इनोवेशन इन होम्योपैथी और टेक्नोलॉजी विषय को भी शामिल करने पर सराहना की। डॉ. ए के द्विवेदी ने कॉन्फ्रेंस की अध्यक्षता की। डॉ। द्विवेदी ने हेमेटोहाइड्रोसिस (खूनी पसीना) विषय पर अपनी बात रखी। साथ ही होम्योपैथी दवाओं से दिए उपचार के केस की जानकारी भी प्रेजेंटेशन के माध्यम से बताया।

डॉ. नैना टेमले, एमडी पीडियाट्रिक्स स्कॉलर, शासकीय होम्योपैथिक मेडिकल कॉलेज, भोपाल ने डिस्लेस्किया विषय पर अपनी बात रखी। उन्होंने ब्लाइंड हैंडीकैप यानि न दिखने वाला हैंडीकैप के बारे में बताया। कहा कि इसमें बच्चों को पढ़ने और समझने जैसी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। इस पर डॉ. टेमले ने डिस्लेस्किया के केस भी प्रस्तुत किए।

डॉ. जयेश पटेल, नेशनल स्पीकर एवं सीनियर होम्योपैथिक फिजिशियन, सूरत ने कैंसर एंड होम्योपैथी विषय पर कहा कि जैसे समाज में पुलिस हो तो क्राइम नहीं होते उसी तरह ह्यूमन बॉडी में P53 एन्टी जीन्स होता है जो कैंसर सेल को बढ़ने नहीं देता।

प्रोग्राम में चिकित्सा क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्यों के लिए डॉक्टर्स व अन्य को आयुष रत्न और आयुष मित्र से अलंकृत किया गया। साथ ही सभी वक्तओं व अथितियों को अनार के पौधे, भागवत गीता भेंट की गई। दीपक उपाध्याय, डॉ. जितेंद्र पूरी, डॉ. विवेक शर्मा, विनय पांडे आदि ने अतिथियों व वक्तओं का स्वागत किया। कॉन्फ्रेंस का संचालन डॉ. द्विवेदी ने किया।
अलग-अलग सत्र में इन वक्तओं ने किया संबोधित
- कैंसर एंड होम्योपैथी
- वक्ता डॉ. जयेश पटेल, नेशनल स्पीकर एवं सीनियर होम्योपैथिक फिजिशियन, सूरत (गुजरात)
2. रिसर्च ऑन सिकल सेल डिसिस एंड होम्योपैथी
- वक्ता डॉ. रेणु मित्तल, साइंटिस्ट लेवल-4 एण्ड एडमिनिस्ट्रेशन इंचार्ज, सीसीआरएच, मिनिस्ट्री ऑफ आयुष, भारत सरकार
3. रोल ऑफ होम्योपैथी इन ऑटिज्म
- वक्ता डॉ. समीर चौकर, इंटरनेशल होम्योपैथी स्पीकर एवं डायरेक्टर डॉक्टर बत्रास् एकेडमी, मुंबई
4. हीमोग्लोबिनोपैथी एंड एचपीएलसी
- वक्ता डॉ. संगीता पानेरी, प्रोफ़ेसर बायोकेमेस्ट्री, एमजीएम मेडिकल कॉलेज, इंदौर
5 .सेल्फ एक्सपीरिएंस ऑफ होम्योपैथी ट्रीटमेंट ऑफ आयरन डेफिशियेंसी एनीमिया
- वक्ता डॉ. उषा जैन, प्रोफेसर एंड हेड, डिपार्टमेंट ऑफ इंग्लिश एसएबीवी जीएसीसी, इंदौर
6. इनर थॉअट्स एंड इमोशन ऑफ पीपुल सफरिंग फ्रॉम कॉम्पलेक्स एंड सिरियस इलनेस
- वक्ता डॉ. वैभव चतुर्वेदी, कंसलटेंट सायकाइट्रिस्ट, कोकिलाबेन धीरूभाई अंबानी हॉस्टपिटल, इंदौर
7. विजन ऑफ इमपॉसिबल टू पॉसिबल बाय होम्योपैथी
- वक्ता डॉ. अर्पित चौपड़ा जैन, रिप्रेजटेटिव ऑफ होम्योपैथिक मेडिसिन फॉर ब्रिक्स कंट्रीस्
8. इफैक्ट ऑफ होम्योपैथिक मेडिसिन इन इमप्रुविंग द लर्निंग स्किलस् ऑफ स्कूल गोइंग चिल्ड्रन एंड एडोलेंस
- वक्ता डॉ. नैना टेमले, एमडी पीडियाट्रिक्स स्कॉलर, शासकीय होम्योपैथिक मेडिकल कॉलेज, भोपाल
9. वक्ता डॉ. जयश्री राठवां, एसोसिएट प्रोफेसर ऑफ प्रेक्टिस ऑफ मेडिसिन एट पारुल इंस्टीट्यूट ऑफ होम्योपैथी रिसर्च, पारुल यूनिवर्सिटी , वडोदरा (गुजरात)
10. होम्योपैथी ट्रीटमेंट ऑफ अप्लास्टिक एनीमिया एंड हेमोटोहाइड्रोसिस
- वक्ता डॉ. ए.के. द्विवेदी, आयुष मंत्रालय, भारत सरकार के वैज्ञानिक सलाहकार मंडल (सीसीआरएच) के सदस्य और देवी अहिल्या विश्वविद्यालय के कार्यपरिषद सदस्य तथा एडवांस्ड होम्यो-हेल्थ सेंटर एवं होम्योपैथिक मेडिकल रिसर्च प्रा.लि. के संचालक एवं आयोजक
