वेब डेस्क। कैंसर का ही एक प्रकार बोन कैंसर है जो कि दुर्लभ और खतरनाक होता है। बच्चों को खेलने के दौरान मासंपेशियों में खिंचाव आना या मोच लगना आम बात है। इसलिए बच्चों में बोन कैंसर होने की ज्यादा संभावना होती है। हड्डियों की इस हल्की चोट को बच्चे अक्सर इग्नोर कर देते हैं। बोन कैंसर का दुष्प्रभाव बच्चे की उम्र बढ़ने के साथ बढ़ता जाता है। सही इलाज और खान-पान से बच्चे पर इसके प्रभाव का कुछ हद तक कम किया जा सकता है। बच्चों में बोन कैंसर के लक्षण-
1. हड्डियों में दर्द
बच्चों में बोन कैंसर होने पर उनकी हड्डियों में दर्द शुरू हो जाता है। बच्चे हमेशा किसी खेल को पूरे जोश और उत्साह के साथ खेलते हैं जिसकी वजह से उनकी हड्डियों में मोच और मांसपेशियों में खिंचाव आना आम बात हो जाती है। यह दर्द शुरूआत में सामान्य रहता है लेकिन बाद में बहुत बढ़ जाता है जो कभी कभी असहनीय होता है। सामान्य दर्द को बोन कैंसर के दर्द से अलग पहचाना जा सकता है। सामान्य हड्डियों का दर्द धीरे-धीरे ठीक होने लगता है जबकि बोन कैंसर होने पर दर्द और दुःखदायक व भयानक हो जाता है। इसके अलावा बोन कैंसर होने पर एक ही जगह पर दर्द बना रहता है। रात में सोते वक्त दर्द इतना बढ़ जाता है कि बच्चा उस पीढ़ा को बर्दाशत नहीं कर पाता है।
2. सूजन
बच्चों में जिस जगह पर बोन कैंसर होता है वहां की त्वचा में सूजन आ जाता है। सूजन वाला स्थान लाल रंग का हो जाता है और छूने पर गर्म लगता है। बोन कैंसर होने पर जो स्थान सूजा होता है वह बहुत ही कोमल हो जाता है।
3. अंगों के विकास में विषमता
बोन कैंसर होने पर बच्चों के हाथों और पैरों के विकास में विषमता देखी जा सकती है। जिस अंग पर बोन कैंसर होता है उसका विकास नहीं हो पाता है। हड्डियों के कैंसर से पीड़ित अंग अक्सर झुका होता है और बच्चा उस अंग का प्रयोग कम करता है जैसे अगर दाहिने हाथ में कैंसर है तो बच्चा बाएं हाथ का ज्यादा प्रयोग करेगा जिसकी वजह से बायां हाथ दाहिने की अपेक्षा ज्यादा बड़ा और फुर्तिला होता है। पैरों में भी यही अनुरूपता होती है।
4. लंगडाना
बच्चों के पैर में बोन कैंसर होने पर वे लंगडाने लगते हैं जो कि पोलियो से अलग होता है। बच्चों में घुटने के ऊपर बोन कैंसर ज्यादा होने की आशंका होती है जिसकी वजह से उनको चलने में दिक्कत होने लगती है। इस स्थिति में बच्चे चलते-चलते अक्सर अपना संतुलन खो देते हैं।
5. सामान उठाने में परेशानी
हाथ में बोन कैंसर होने पर बच्चों को हल्का सामान उठाने में दिक्कत होती है। क्योंकि सामान उठाते समय जोर हाथों की हड्डियों पर पड़ता है जिससे उनको दर्द होता है। दर्द की वजह से बच्चे सामान या स्कूल बैग उठाने से बचते हैं।
6. वजन कम होना
बोन कैंसर होने पर बच्चे का वजन अपने-आप घटने लगता है। बच्चे को भूख नहीं लगती है जिसकी वजह से व खाना खाने से बचने लगता है।
7. थकान और बुखार
बोन कैंस होने पर बच्चे को अक्सर बुखान रहता है। कोई भी खेल खेलते समय उसे बहुत जल्दी थकान होने लगती है। इसकी वजह से बच्चे की रूचि समाप्त होने लगती है और वह थका-थका लगने लगता है।