योग न केवल शारीरिक स्वास्थ्य को सुधारती है बल्कि मानसिक और आत्मिक स्वास्थ्य को भी बढ़ावा देती है। आधुनिक जीवन की तेजी और तनावपूर्ण दिनचर्या के बीच, कमजोर याददाश्त एक आम समस्या बन गई है। योग में ध्यान, प्राणायाम, और विभिन्न आसन शामिल हैं जो मस्तिष्क को शांति देते हैं और याददाश्त को मजबूत बनाने में सहायता करते हैं। वैज्ञानिक अनुसंधानों ने भी पुष्टि की है कि नियमित योग अभ्यास मस्तिष्क की कार्यक्षमता को बेहतर बनाता है और स्मरण शक्ति को सुधारता है। इस लेख में, हम जानेंगे कि किस प्रकार योग हमारे मानसिक स्वास्थ्य को लाभ पहुंचाकर याददाश्त को तीव्र और सशक्त बनाने में मददगार साबित हो सकता है।

भ्रामरी प्राणायाम

फायदे- भ्रामरी प्राणायाम तनाव और थकान और नकारात्मक भावनाओं, जैसे चिंता, क्रोध और निराशा को दूर करने में आपके दिमाग को शांत करने में मदद करता है।

कैसे करें- कनिष्का उंगली मुंह के दोनों ओर, अनामिका- नाक के दोनों ओर, मध्यमा- आंखों के कोनों पर, तर्जनी दोनों ओर की कनपटी पर और अंगूठे से अपने दोनों कानों को बंद कर लें। अब नाक से सांस लें, थोड़ा सा रुकें , अब सांस छोड़ते हुए मधुमक्खी के भिनभिनाने जैसी ध्वनि निकालें। ध्यान रखें कि आपका मुंह बंद रहे और नाक से ही सांस लें और छोड़ें। ऐसा 5-7 बार करें।

पद्मासन

फायदे- तनावपूर्ण दिन के बाद यह आसन आपके मन और शरीर को आराम दे सकता है। जितना अधिक आपका शरीर तनाव से मुक्त रहेगा उतना ही आपका मस्तिष्क खुद को फिर से जीवंत करने में सक्षम होता है।

कैसे करें- अपने दाहिने पैर को अपनी बाईं जांघ पर और अपने बाएं पैर को अपनी दाहिनी जांघ पर रखकर, अपने पैरों के तलवों को ऊपर की ओर करके बैठें। अपनी तर्जनी और अंगूठे को एक साथ रखते हुए अपने हाथों को मुद्रा की स्थिति में रखें और अपनी बाकी उंगलियों को नीचे की ओर फैलाएं। गहरी सांस लें और छोड़ें।

पश्चिमोत्तानासन

फायदे- यह आसन न केवल पूरे दिन कुर्सी पर बैठने के बाद आपकी रीढ़ को खिंचाव देने में मदद करता है, बल्कि यह आपकी पीठ के निचले हिस्से को तनाव से राहत दिलाता है। साथ ही दिमाग को तनाव से मुक्त करता है, इसे शांत करता है और रक्त की आपूर्ति को बढ़ाता है। आपकी रीढ़ की हड्डी के खिंचाव से चिड़चिड़ापन और क्रोध जैसी नकारात्मक भावनाओं को भी दूर करने में मदद मिलती है।

कैसे करें- जमीन पर दोनों पैरों को एकदम सीधे फैलाकर बैठ जाएं। दोनों पैरों के बीच में दूरी न हो और जितना संभव हो पैरों को सीधे रखें। इसके साथ ही गर्दन, सिर और रीढ़ की हड्डी को भी सीधा रखें। अपनी दोनों हथेलियों को दोनों घुटनों पर रखें।अब अपने सिर और धड़ को आगे की ओर झुकाएं और अपने घुटनों को बिना मोड़े हाथों की उंगलियों से पैरों की उंगलियों को छूने की कोशिश करें। ऐसा करते हुए गहरी सांस लें और छोड़ें। अपने सिरसे दोनों घुटनों को और कोहनी से जमीन को छूने की कोशिश करें। फिर सामान्य मुद्रा में आ जाए और आराम से सांस लें। इस आसन को 3 से 4 बार दोहराएं।

नाडी़शोधन प्राणायाम

फायदे- ऑक्सीजन आपके मस्तिष्क के कामकाज को बेहतर बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। इसके लिए योगा आसन आपके मस्तिष्क को ऑक्सीजन की अतिरिक्त खुराक प्रदान करती है। जैसे ही आप आसन करते समय अपनी हृदय गति में गिरावट का अनुभव करते हैं। इससे तनाव और चिंता में कमी आती है।

कैसे करें- क्रॉस लेग्ड पोजीशन में आराम से बैठ जाएं और गहरी सांस छोड़ें। अपने दाहिने नथुने को अपने अंगूठे से बंद रखें और बाएं से सांस लें। फिर अपने दाहिने नथुने को खोलने से पहले अपने दोनों नथुनों को कुछ सेकंड के लिए बंद रखें और इससे सांस छोड़ते हुए बाएं को बंद रखें। प्रक्रिया को दोहराएं, लेकिन इस बार अपने दाहिने नथुने से शुरू करें जो पहले से खुला है।

ताड़ासन

फायदे- यह मुद्रा बेचैनी के वजह से नींद न आने की परेशानी को मददगार होती है। यह आपको सिरदर्द और अनिद्रा से राहत दिलाने में मदद कर सकता है।

कैसे करें- सीधे खड़े होकर आपने पैरों के बीच हिप्स जितना फासला रखें। उगंलियों को एक दूसरे में फंसाकर सांस को अंदर लें ऐसा करते हुए उगंलियों को ऊपर की ओर लेकर जाएं। ऐसा करते हुए एड्डियां उठाएं और पंजों पर खड़े होने की कोशश करें। इस दौरान पैरों से लेकर सिर तक के बॉडी पार्ट्स को ऊपर की ओर स्ट्रेच करने की कोशिश करें। फिर हाथों और एड्डियों को नीचे लेकर आते हुए सांस बाहर छोड़ें ध्यान रखें कि नीचे आते हुए हाथों को ढीला न छोड़ें। दूसरी बार भी इसी तरह करें। और तीसरी बार में एड्डियां न उठाकर सिर्फ हाथों को उठाएं और बॉडी को ऊपर की ओर स्ट्रेच करें। ऐसे एक राउंड पूरा हो जाएगा।

डॉ. ए. के. द्विवेदी

एमडी (होम्यो) , पीएचडी, एमए (योग एवं साइकोलॉजी)

सदस्य वैज्ञानिक सलाहकार बोर्ड, सी.सी.आर.एच., आयुष मंत्रालय, भारत सरकार

कार्यपरिषद सदस्य देवी अहिल्या विश्वविद्यालय, इंदौर

प्रोफेसर, एसकेआरपी गुजराती होम्योपैथिक मेडिकल कॉलेज, इंदौर

संचालक, एडवांस्ड होम्यो हेल्थ सेंटर एवं एडवांस्ड योग एवं नेचुरोपैथी हॉस्पिटल, इंदौर

One thought on “कमजोर याददाश्त के लिए कारगर है ये 5 योग”
  1. These aasanas are really very helpful in day to day problems. But do not try PADMASAN without slow practice, do not do with knee problem.
    Thanks
    Dr Vibha Singhal
    Pune

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